कला एक कल्पना है, जो निर्दोष सपनों और जीवंत सत्यनिष्ठा पर गढ़ी गई है।
By : Unknown
इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
kala ek kalpana hai, jo nirdosh sapanon aur jeevant satyanishtha par gadhee gaee hai. | कला एक कल्पना है, जो निर्दोष सपनों और जीवंत सत्यनिष्ठा पर गढ़ी गई है।
Related Posts
- जो व्यक्ति अपना ध्यान एक जगह केंद्रित नही कर सकता,वह अपने सपनों को भी पूरा नहीं कर सकता।
- जब तक जीवन है तब तक ईश्वर से प्रार्थना करते रहिए।
- कुछ ऐसे कार्य करें की लोग आपके नाम पर कहानियां लिखे।
- मानव शरीर कला की सर्वोत्तम कृति है।
- पागलपन और प्रतिभा की दूरी को केवल सफलता से ही मापा जा सकता है।
- मैं चाहता हूं की वो भी मुझसे उतना ही प्रेम करे जितना मैं उससे करता हूं।
- किसी भी कार्य में सफल होने के लिए व्यवहारिकता काम आती है
- तुम्हारे आने के बाद मेरे जीवन में कोई दुख नही रहा।
- जब किसी से कोई अपेक्षा ना हो तो व्यक्ति शांत रहता है।
- पैसो का लोभ ही साड़ी बुराइयों की जड़ है|